जेल से रिहा होते ही बोले केजरीवाल, “तानाशाही को हराना है”
नई दिल्ली। उत्पाद शुल्क नीति मामले में प्रवर्तक निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किये गए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को सुप्रीमकोर्ट से अंतरिम ज़मानत मिल गई।
अंतरिम ज़मानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से रिहा हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं वापस आ गया हूं, तानाशाही को हराना है। केजरीवाल की तिहाड़ जेल से रिहाई की ख़ुशी में बड़ी संख्या में जमा हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “मैंने जल्द ही वापस आने का वादा किया था, मैं यहां हूं।”
अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा, “हमारा देश 4,000 साल से भी ज्यादा पुराना है लेकिन जब भी किसी ने इस देश पर तानाशाही थोपने की कोशिश की, तो लोगों ने इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया। आज देश तानाशाही के दौर से गुजर रहा है। मैं इसके खिलाफ लड़ रहा हूं, लेकिन 140 करोड़ लोगों को एक साथ आना होगा और तानाशाही को हराना होगा।”
अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर AAP नेता व दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा, “पूरे देश में इसे लेकर खुशी की लहर है… सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने रोशनी की एक किरण दिखाई है इसलिए पूरा देश उनका शुक्रगुजार है। हमें भरोसा है कि देश में संविधान, लोकतंत्र को बचाने की जो लड़ाई चल रही है वह अरविंद केजरीवाल के बाहर आने से और मजबूत होगी और देश यह लड़ाई जीतेगा…”
बता दें कि दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति ‘घोटाले’ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तक निदेशालय(ईडी) की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए केजरीवाल को कई समन जारी किये गए लेकिन केजरीवाल ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए। अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और तिहाड़ जेल भेज दिया गया था।
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