क्या इंडिया गठबंधन के खटाखट- खटाखट में उलझ गई बीजेपी?
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में पहले ही चरण से पीएम नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर अपने निशाने केंद्रित रखे। हालांकि चुनाव का दूसरा चरण आते आते बीजेपी के शीर्ष नेताओं के मुख से 400 पार का नारा गायब होता चला गया। इसके बाद के चरणों के चुनाव प्रचार में बीजेपी अपने मूल मुद्दों को छोड़कर कुछ भटकती नज़र आई।
वहीँ दूसरी तरफ पहले चरण के चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन के नेता खासकर राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव खासे आक्रामक दिख रहे हैं। पीएम मोदी की गारंटी के खिलाफ इंडिया गठबंधन के नेताओं ने खटाखट-खटाखट को अपना हथियार बना लिया। धरातल पर देखें तो पीएम मोदी की गारंटी पर अब खटाखट-खटाखट ज़्यादा लोकप्रिय हो चला है।
चुनाव विश्लेषकों की माने तो इंडिया गठबंधन के नेताओं के मूँह से निकल रहा खटाखट खटाखट का नारा युवाओं को ख़ासा लुभा रहा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तो अपनी हर सभा में खटाखट-खटाखट का नारा लगातार बुलंद कर रहे हैं। वहीँ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव भी इस मामले में पीछे नहीं हैं।
पहले दो चुनावो जैसी हवा नहीं :
भारतीय जनता पार्टी भले ही 400 पार का नारा दे रही है लेकिन ज़मींन पर इस बार स्थिति पिछले दो चुनावो जैसी नहीं दिख रही। 2014 और 2019 के चुनाव में पीएम मोदी की सभाओं में आगे की पंक्ति में खड़े होकर मोदी मोदी के नारे लगाने वाले युवा इस बार पीएम मोदी की सभाओं से गायब हैं। यही कारण है कि वाराणसी में पीएम मोदी के नामांकन के लिए बीजेपी को आसपास के जनपदों से भीड़ जुटानी पड़ी थी।
बीजेपी के 400 पार के नारे के बावजूद इंडिया गठबंधन के नेताओं में जिस तरह का जोश दिख रहा है, उससे साफतौर पर ज़ाहिर होता है कि पिछले दो चुनावो की तरह इस बार विपक्ष ने घुटने नहीं टेके हैं बल्कि आखिरी चरण तक वह मजबूती से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
विपक्ष को भी मिल रहा है फीडबैक:
चुनावो के दौरान सभी राजनीतिक दल स्थानीय स्तर से फीडबैक मंगवाते हैं। हालांकि ये कोई नई बात नहीं है। तक़रीबन हर चुनाव में मतदान के बाद चुनावी एजेंसियों से फीडबैक ली जाती है। सूत्रों की माने तो विपक्ष को जो फीडबैक मिल रहा है वह बीजेपी को चौंका सकता है।बीजेपी भले ही 400 पार के दावे के साथ चुनावी मैदान में कूदी थी लेकिन दूसरे चरण के चुनाव के बाद 400 पार का दावा ठंडे बस्ते में चला गया। ज़ाहिर है बीजेपी को चुनावी एजेंसियों से मिल रही फीडबैक उसके 400 पार के दावों को धूमिल कर रही है।
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