4 जून को शेयर मार्केट में आई गिरावट एक बड़ा घोटाला, जेपीसी से जांच की मांग
नई दिल्ली। 4 जून को शेयर मार्केट में आई भारी गिरावट से निवेशकों के करोड़ों रुपये डूबने के लिए कांग्रेस ने आज मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे बड़ा घोटाला बताते हुए इसकी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की है।
राहुल गांधी ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार हमने देखा कि चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और वित्त मंत्री ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले नागरिकों को ‘विशिष्ट’ निवेश सलाह क्यों दी? क्या ये उनका काम है ?
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यह संदेश दिया कि 4 जून को शेयर मार्केट आसमान छुएगा, मगर नरेंद्र मोदी को मालूम था कि 4 जून को शेयर मार्केट गिरेगा, क्योंकि BJP के इंटरनल सर्वे में उन्हें 220 सीट मिल रही थीं।
राहुल गांधी ने इसे बड़ा घोटाला बताते हुए कहा कि इसलिए जांच होनी चाहिए कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने गलत जानकारी क्यों दी और वे विदेशी निवेशक कौन हैं, जिन्होंने इसका फायदा उठाया?
कांग्रेस नेता ने कहा कि “BJP को पता था कि Exit Polls गलत हैं और उन्हें बहुमत नहीं मिलने वाला। इसके बाद भी उन्होंने रीटेल इंवेस्टर्स को स्टॉक खरीदने के लिए कह दिया। नतीजा- 30 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और कुछ चुनिंदा लोगों को हजारों करोड़ रुपए का फायदा हुआ। इसलिए हम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, Exit Poll करने वालों और विदेशी निवेशकों के खिलाफ जांच की मांग करते हैं।”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि “प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, उनके लिए काम कर रहे एक्जिट पोल्स्टर्स और मित्र मीडिया ने मिलकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े ‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ की साजिश रची है। उन्होंने कहा कि 5 करोड़ छोटे निवेशक परिवारों के 30 लाख करोड़ रु डूबे हैं। हम मांग करते हैं कि JPC गठित कर इस ‘क्रिमिनल एक्ट’ की जांच की जाए।”
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