देश में लगातार बढ़ रहे आत्म हत्या के मामले, सुप्रीमकोर्ट ने जताई चिंता, केंद्र से मांगा जबाव
नई दिल्ली। देश में आत्म हत्या के मामलो में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी पर देश की शीर्ष अदालत ने कड़ी चिंता ज़ाहिर की है। इस मामले से जुडी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीमकोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। कोर्ट के केंद्र सरकार को जबाव देने के लिए 4 सप्ताह का समय दिया है।
देश में आत्म हत्या के बढ़ते मामलो को लेकर सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि “यह एक सामाजिक मुद्दा है, केंद्र और अधिकारियों को जवाबी हलफनामा दाखिल करने दें।”
जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए केंद्र से एक व्यापक हलफनामा दाखिल करने को कहा।
गौरतलब है कि देश में आत्म हत्या के बढ़ते मामलो को लेकर दायर की गई जनहित याचिका में दिल्ली पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि 2014 से 2018 के बीच 18 साल से कम उम्र के बच्चों की आत्महत्या के 140 मामले दर्ज किए गए।
इस याचिका में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आत्महत्या के विचार रखने वाले व्यक्तियों को कॉल सेंटर और हेल्पलाइन के माध्यम से सहायता और सलाह प्रदान करने के लिए एक परियोजना शुरू करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
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