चुनावी नतीजों में बीजेपी के दावों को झटका, कई केंद्रीय मंत्री चुनाव हारे

चुनावी नतीजों में बीजेपी के दावों को झटका, कई केंद्रीय मंत्री चुनाव हारे

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को आये नतीजों से केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के दावों को बड़ा झटका लगा है। वहीँ अधिकतर एग्जिट पोल भी गलत साबित हुए हैं। लोकसभा चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने 400 पार का नारा दिया था लेकिन मतदाताओं ने उनके इस नारे को रिजेक्ट कर दिया। नतीजतन बीजेपी 250 के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सकी है।

बीजेपी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है, जहां कई केंद्रीय मंत्री भी चुनाव हार गए हैं। हालांकि बीजेपी ने मध्य प्रदेश और दिल्ली में सभी सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीँ उत्तर प्रदेश में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टैनी, स्मृति ईरानी, मेनका गांधी, संजीव बालियान जैसे दिग्गज चुनाव हार गए हैं।

खबर लिखे जाने तक उत्तर प्रदेश में बीजेपी 33, समाजवादी पार्टी 37, कांग्रेस ने 6 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की है। 4 सीटों पर अन्य दलों के उम्मीदवार विजयी रहे हैं।

बसपा का नहीं खुला खाता:

उत्तर प्रदेश में बड़े उलटफेर के चलते इस बार बहुजन समाज पार्टी खाली हाथ रही है। उसको एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई है। हालांकि नगीना सीट पर आज़ाद समाज पार्टी के संयोजक चंद्रशेखर रावण ने जीत दर्ज की है। जानकारों की माने तो इस बार बसपा का कोर वोट इंडिया गठबंधन की तरफ शिफ्ट होने से बसपा को बड़ा झटका लगा है।

वहीँ राष्ट्रीय स्तर की बात करें तो खबर लिखे जाने तक एनडीए को 292 सीटें, इंडिया गठबंधन 233 तथा अन्य दलों के उम्मीदवारों ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की है।

राजस्थान में भी इंडिया गठबंधन ने बीजेपी की जीत में बड़ा ब्रेक लगाया है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान की सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार राज्य में इंडिया गठबंधन ने बीजेपी से 11 सीटें छीन ली हैं। वहीँ बीजेपी को 14 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है।

पश्चिम बंगाल को लेकर बीजेपी की तरफ से जिस तरह के बड़े दावे किये जा रहे थे वे चुनाव परिणामो पर खरे साबित नहीं हुए और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने 29 सीटों पर जीत हासिल की है, बीजेपी को 12 और कांग्रेस एक सीट जीतने में सफल रही है।

गुजरात की बात करें तो यहां भी इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के क्लीन स्वीप के इरादों को झटका देते हुए बीजेपी से एक सीट छीन ली है। बनासकांठा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गेनीबेन ठाकोर ने जीत दर्ज की है।

बिना सहयोगियों के नहीं बन पायेगी सरकार:

बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल अकेले सरकार बनाने को लेकर है। अपने बूते सरकार बनाने के लिए बीजेपी को बहुमत के लिए ज़रूरी 272 सीटें चाहिए लेकिन खबर लिखे जाने तक उसे 239 सीटें मिलने की संभावना दिख रही है। ऐसे में तीसरी बार मोदी सरकार बनने में कई मुश्किलें भी हैं।

एनडीए में शामिल दलों को मिलाकर बीजेपी बहमत के आंकड़े से पार हो रही है। सहयोगी दलों में जिन दो दलों के पास अधिक सीटें हैं वो तेलगु देशम और जनता दल यूनाइटेड हैं। ऐसे में आज शाम इस बात की भी चर्चा थी कि चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी) और नीतीश (जेडीयू) सरकार को समर्थन देने के लिए कुछ ज़रूरी शर्तें भी रख सकते हैं। कभी एनडीए छोड़कर जा चुके चंद्रबाबू नायडू को लेकर बड़ा सस्पेंस बना हुआ है।

वहीँ सूत्रों के हवाले से मीडिया में आयी ख़बरों में कहा गया है कि इंडिया गठबंधन भी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में हैं। सूत्रों की माने तो चंद्रबाबू नायडू से बात करने के लिए तमिलनाडु के सीएम स्टालिन को ज़िम्मेदारी दी गई है। वहीँ एनसीपी नेता शरद पवार और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इसमें बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं।


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